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Showing posts from June, 2025

अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योगाचार्य नईम खान ने सिखायें - स्वास्थ्य उपयोगी ख़ास योगासनअन्तरराष्ट्रीय योग दिवस में स्टाफ सहित रोवर, रेंजर, स्काउट-गाइड, एनसीसी व एनएसएस स्टूडेन्ट्स ने की शिरकत

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जोधपुर 21 जून। योग एक शिक्षा पद्धति है जिससे स्वास्थ्य सम्बन्धी बाधाएं व रोग दूर होता है और शांति, उत्साह व जोश का संचार होता है। ये कहना है अन्तरराष्ट्रीय योगाचार्य, भारतीय योग गुरु, चिकित्सकीय उपचारक, ध्यान विशेषज्ञ और कर्म योग जीवन ट्रस्ट के अध्यक्ष नईम खान का।     वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शनिवार को बुझावड़, गंगाणा फांटा स्थित यूनिवर्सिटी कैम्पस में मौलाना आज़ाद यूनिवर्सिटी व कर्म योग जीवन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को योग शिक्षाओं की जानकारी दे रहे थे।      यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन मोहम्मद अतीक ने बताया कि योग गुरु नईम खान ने अपने पुत्र योगी नाउद खान के साथ इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हस्त उत्तानासन, शंशाकासन, भुंजगासन, शंस्कासन, मेरूदण्ड आसन, पाद हस्तासन, मरोड आसन, नाडी शोधन प्राणायाम, भ्रामरी, मकरासन योगासन आदि की जानकारी दी तथा सेहत के लिए कई उपयोगी आसन सिखाएं।    यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट डॉ. जमील काज़मी ने मानव जीवन में योग के महत्व पर प्रकाश डालते कहा कि योग...

अकी भाई खातिब भारत नगर प्रतिनिधिमंडल के साथ एसआरए कार्यालय गए विभिन्न वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक की।

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एसआरए प्रमुख सीईओ महेंद्र कल्याणकर* जी, मुख्य अभियंता *राम मितकर* जी और *वैशाली लम्बाटे* मैडम जिन्होंने भारत नगर में पिछले ध्वस्तीकरण का नेतृत्व किया था। एसआरए सीईओ महेंद्र कल्याणकर जी को व्यक्तिगत रूप से एक पत्र सौंपा गया कि यदि सोमवार 23 जून 2025 तक हमारी *मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो हम एसआरए कार्यालय के बाहर भारी संख्या में भूख हड़ताल करके विरोध प्रदर्शन करेंगे* ताकि उन लोगों को न्याय मिल सके जिनके घर बिल्डरों के साथ किसी भी समझौते के बिना ध्वस्त कर दिए गए हैं। एसआरए पत्र के खिलाफ विरोध की सूचना *मंत्री एकनाथ शिंदे (शहरी विकास, एसआरए और म्हाडा के प्रभारी)*, पुलिस आयुक्तों और पुलिस स्टेशन को सौंप दी गई है। कल शाम *बुधवार 18 जून 2025 को प्लॉट नंबर 7 भारत नगर अंजुमन हॉल* में हम भारी संख्या में एकत्र होंगे। हम विरोध प्रदर्शन की तैयारियों पर चर्चा करेंगे ताकि मानसून के मौसम में लोग बेघर न हों।