दहशतगर्दी की इस्लाम में कोई जगह नहीं - मुफ्ती हुसैनजालोरी गेट ईदगाह परिसर में मुस्लिम समुदाय ने कीकश्मीर में हुई आतंकवादी घटना के दोषियों को कड़ी सजा की मांग
जोधपुर 25 अप्रैल। जोधाणा जागरूक मंच संस्थान और आम मुस्लिम समाज की ओर से मुफ्ती हुसैन अशरफी और मौलाना हाफिज जावेद की अगुवाई में जालोरी गेट ईदगाह मस्जिद के बाहर दहशतगर्दी (आतंकवाद) के विरोध में विशाल प्रदर्शन किया गया।
जोधाणा संस्थापक साजिद खान ने बताया कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में शहीद हुए आमजन के लिए ईदगाह में उपस्थित सभी लोगों ने अपनी संवेदनाएं जाहिर की।
उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना पर सक्षम कदम उठाने में समर्थ है और सरकार को इस पर तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेते हुए आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिएं
जिस तरह से एक धर्म विशेष को टारगेट करके एक धर्म विशेष की मानसिकता दर्शाई गई यह कतई सच्चाई नहीं है क्योंकि इस्लाम धर्म इस तरह के कायरता पूर्ण हमले का और हर तरह के आतंकवाद का बिल्कुल समर्थन नहीं करता है। यह तो इंसानियत को झकझोर देने वाली बड़ी घटना है जिसका पूरे देशवासियों को गहरा आघात पहुंचा है।
समाजसेवी मोहम्मद युसूफ और शकील पठान ने कहा कि पहलगाम की इस घटना की जितनी कड़ी निंदा की जाए वह कम है।
मौलाना जावेद कादरी ने बताया कि जम्मू कश्मीर के आम लोगों ने हाल ही में पहलगाम में जो घटना घटित हुई उसमें अपनी जान की बाजी लगाई और मानवता को बचाने की कोशिश की। इससे पूर्व में भी कश्मीर भूस्खलन हुआ था तब भी कश्मीर के सिविलियन्स आमजन की मदद के लिए आगे आए थे। यहीं इस्लाम धर्म का स्पष्ट सन्देश है जो कश्मीरियों ने दिया। पैसों के भूखे लोग आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और धर्म को बदनाम करते हैं।
इस मौके पर समाजसेवी मोहम्मद जावेद, इरफान कुरैशी, मोहम्मद युसूफ, मोहम्मद अकरम सांखला, मोहम्मद साजिद, शकील पठान, हैदर नूरी, इंसाफ अली भाई जान, अकबर खान, राजु नुरी, इमरान कुरैशी, शकील अहमद, साहिल खान, मोहम्मद हारुन सहित संस्थान के कई कार्यकर्ता एवं आम मुस्लिम समाज से जुड़े कई लोग उपस्थित रहे।
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