उपमुख्यमंत्री श्री. अजीत पवार का भूमि लेनदेन प्रकरण पर बयान

(Press Release) पिछले कुछ दिनों से मीडिया में मेरे पुत्र पार्थ पवार के निदेशक होने वाली एक कंपनी के भूमि लेनदेन के संबंध में कुछ समाचार प्रकाशित हुए हैं। कल मैंने कहा था कि इस विषय पर मैं पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही विस्तार से बात करूंगा। 
उसी के अनुसार, मैंने संबंधित अधिकारियों से तथा पार्थ से विस्तारपूर्वक चर्चा कर सभी तथ्यों की जानकारी ली है।  
मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूँ कि इस लेनदेन में न तो मेरा, न ही मेरे कार्यालय का किसी भी स्तर पर कोई संबंध रहा है। हमारी ओर से कोई फ़ोन कॉल, सहायता या हस्तक्षेप नहीं किया गया है। 
उपलब्ध जानकारी के अनुसार यह सिर्फ जमीन खरीद का एक प्रारंभिक समझौता था। पार्थ, उसकी कंपनी ‘अमेडिया’ या मेरे परिवार के किसी भी सदस्य द्वारा विक्रेता को कोई भुगतान नहीं किया गया है, न ही भूमि का कब्जा लिया गया है। इसलिए यह सौदा अधूरा है।  
पार्थ के अनुसार, प्रस्तावित लेनदेन पूरी तरह से कानूनी दायरे में और पारदर्शी ढंग से किया गया था। लेकिन सार्वजनिक जीवन में संदेह की छाया भी नहीं पड़नी चाहिए, यह उतना ही आवश्यक है। इसलिए कुछ आरोप लगाए जाने के बाद पार्थ ने यह लेनदेन रद्द करने का निर्णय लिया है। विक्रय पत्र को रद्द करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ पहले ही पंजीकरण कार्यालय में जमा कर दिए गए हैं।  

इस पूरे मामले की जांच हेतु सरकार ने एक समिति नियुक्त की है। जिनके पास भी कोई ठोस जानकारी या सबूत हों, वे समिति के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं। जांच प्रक्रिया के माध्यम से सत्य सबके सामने आएगा और यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।  

मैंने हमेशा कानून और नियमों की मर्यादा में रहकर कार्य किया है। मेरे हर निर्णय का आधार न्याय, सत्य और वैधता के मूल्यों पर टिका है। यही मूल्य मेरे परिवार पर भी समान रूप से लागू होते हैं। 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, उसके सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और उनके परिवारजन हमेशा ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही के सर्वोच्च मानकों का पालन करते आए हैं।

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