Thursday, May 26, 2022
जीवन की प्रथम सीढी है योग - डाॅ रूपालीइग्नू स्टडी सेन्टर 2380 मौलाना आज़ाद मुस्लिम टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज में हुई योग की कक्षा
Wednesday, May 25, 2022
हार्दिक हुंडीया के हाथों से *स्टार अमृत सम्मान से सम्मानित हुए भाजपा के लोकप्रिय राजनेता अतुल शाह*
Tuesday, May 24, 2022
क्वालिटी कंट्रोल एंड स्टैण्डरडाइजेशन ऑफ हर्बल्स‘ विषय पर हुआ व्याख्यानमौलाना आजाद यूनिवर्सिटी के फार्मेसी संकाय में हुआ आयोजन
Thursday, May 19, 2022
कही भी पत्थर रख दो मंदिर बन गया बयान पर घिरे अखिलेश भड़की भाजपा* *🕌बनारस की ज्ञानवापी
🛕कही भी पत्थर रख दो मंदिर बन गया बयान पर घिरे अखिलेश भड़की भाजपा*
*🕌बनारस की ज्ञानवापी मस्जिद व मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि केस को लेकर जारी कानूनी लड़ाई के बीच सपा प्रमुख व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बयान से सियासत गर्मा गई है।*
*🚩🛕यादव के इस बयान कि 'कहीं भी पीपल पेड़ के नीचे पत्थर रख दो, लाल झंडा रख दो, मंदिर बन गया' पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है।*
*🌷🗣️भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अखिलेश यादव ने विवादित बातें कह कर हिंदू आस्था का मखौल उड़ाया है। भाजपा नेता ने कहा कि यह वही अखिलेश यादव है, जिनकी राजनीति निर्दोष रामभक्तों पर गोलियां चलवाने वाली पार्टी पर आधारित है। अखिलेश ने हिंदू साधु संतों को चिलमची भी कहा था। उनकी विचारधारा कांग्रेस से मेल खाती है, जिसने भगवान राम का अस्तित्व मानने से ही इनकार कर दिया था।
*🤚🚲पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस के साथ मिलकर सपा 70 साल तक राम मंदिर का विरोध करते रही। ये वोट बैंक की राजनीति के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं। कांग्रेस ने रामसेतु को नष्ट करने की साजिश रची थी। ये अपने वोट बैंक को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाकर हिंदुओं का अपमान करते उनका मखौल उड़ाते हैं। उनमें हिंदुओं के प्रति नफरत है। उन्हें पता होना चाहिए कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिरों की स्थापना की जाती है।*
*🚲🗣️सपा प्रमुख यादव ने अयोध्या में हिन्दू देवी-देवताओं को लेकर बयान दिया था। ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर 1991 में संसद द्वारा पारित कानून का हवाला देते और सर्वे रिपोर्ट लीक होने पर सवाल उठाते हुए यादव ने कहा था कि हमारे हिंदू धर्म में कहीं भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो पीपल के पेड़ के नीचे और मंदिर बन गया।*
*🕌🤔अखिलेश यादव ने ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे को लेकर कहा कि एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गई थी। भाजपा कुछ भी कर सकती है। कुछ भी करा सकती है। ज्ञानवापी मस्जिद कोर्ट का मामला है। सबसे बड़ी बात है कि जिसकी जिम्मेदारी थी सर्वे करने की, आखिरकार वह रिपोर्ट बाहर कैसे आ गई।❓*
Tuesday, May 17, 2022
12 राज्य, 75 स्टॉपेज और 83 घंटे की यात्रा, सबसे लंबी दूरी तय करती हैं ये ट्रेनें
भारतीय रेल के मुताबिक ये ट्रेन भारत में सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेनों में नंबर एक पर है. ये ट्रेन डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी के बीच 4247 किलोमीटर का सफर 82.50 घंटे में तय करती है. सफर के दौरान ये ट्रेन 57 स्टेशनों पर रुकती है
2. कटरा-कन्याकुमारी हिमसागर एक्सप्रेस
यह ट्रेन भारत की दूसरी सबसे लंबी दूरी की ट्रेन है और 3714 किमी का सफर तय करती है. उत्तर में जम्मू तवी से दक्षिण में कन्याकुमारी तक चलने वाली यह ट्रेन पूरे 9 राज्यों से होकर गुजरती है. इस ट्रेन में बैठकर आप इन सारे राज्यों के खूबसूरत दृश्यों को देख सकते हैं. ये ट्रेन करीब 75 रेलवे स्टेशनों पर रुकती है.
3. कटरा-मैंगलोर नवयुग एक्सप्रेस
ये भारत में तीसरी सबसे लंबी दूरी की ट्रेन है, जो जम्मू-कश्मीर के कटरा से चलकर मैंगलोर पहुंचती है. इस दौरान ये ट्रेन 72 घंटे 50 मिनट में 3674 किमी की दूरी तय करती है. सफर के दौरान ये ट्रेन 12 राज्यों के 67 स्टेशन पर ठहरती है. इस ट्रेन में बैठकर लगभग आधे भारत की सभ्यता और संस्कृति को तो देखा ही जा सकता है.
4. न्यू तिनसुकिया-बेंगलूरु सिटी एक्सप्रेस
ये ट्रेन असम के न्यू तिनसुकिया से चलकर 65 घंटे 55 मिनट में 3615 किमी दूरी तय कर बेंगलुरु पहुंचती है. इस दौरान ये ट्रेन 39 स्टेशनों पर रुकती है.
5. गुवाहाटी-तिरुअनंतपुरम एक्सप्रेस
यह ट्रेन असम के गुवाहाटी से केरल के त्रिवेंद्रम तक की यात्रा करती है. इस दौरान ये ट्रेन 64 घंटे 15 मिनट में 3552 किमी की दूरी तय करती है. अपने सफर में यह ट्रेन 50 स्टेशनों पर ठहरती है. सप्ताह में एक दिन चलने वाली ये ट्रेन तीन दिन में अपने गंतव्य तक पहुंचती है.