Monday, October 18, 2021

फारुख खान के केयर फाउंडेशन ग्रुप (यूएसए) ने लॉन्च किया प्रोजेक्ट मदर और अलबम 'साथ'


फारुख खान द्वारा निर्देशित म्यूज़िक वीडियो 'साथ' में जोशुआ लिहला और ज्योति महाजन की जोड़ी 
मुम्बई। हाल ही में सहारा स्टार होटल, मुम्बई में जेस्ट इन प्रेजेंट्स 'वर्ल्ड नोबल कॉज इनीटीएशन (WNCI)' के शानदार समारोह का आयोजन किया गया जहां फारुख खान के केयर फाउंडेशन ग्रुप (यूएसए) द्वारा 'प्रोजेक्ट मदर' और म्यूजिक वीडियो 'साथ' की लांचिंग की गई। 
कोरोना काल में लगातार मानव सेवा करने वाले फारुख खान ने इस अनोखी पहल की शुरआत की है और उन्होंने 100 मदर केयर सेंटर खोलने का एलान किया। उन्होंने कहा कि देश के कई पिछड़े इलाकों में अब भी गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा की तत्काल और बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पाती है। कई बार ऐसा होता है कि जो महिला 9 महीने तक बच्चे को अपनी कोख में पालती है, उसे जिंदा नहीं देख पाती। फारुख खान ने स्टेज पर बेहद भावुक स्वर में कहा कि उन्होंने अपने भाई को भी खोया है।  इसलिए उन्होंने यह संकल्प लिया है कि वह पूरे देश मे 100 मैटरनिटी सेंटर खोलेंगे। इस मदर प्रोजेक्ट का उद्घाटन खुद फारुख खान ने अपने माता पिता की मौजूदगी में किया।
फारुख खान ने आगे बताया कि मनीष भाई के सहयोग से इस मदर प्रोजेक्ट का पहला सेंटर 18 अक्टूबर को पनवेल में खुल रहा है।
इस मौके पर न्यूयॉर्क गैंग प्रोडक्शन के बैनर तली बनी म्यूज़िक वीडियो 'साथ' भी लांच किया गया जिसकी टैगलाइन है - 'है ये दुआ तू हो मेरा'। फारुख खान ने इस वीडियो का निर्देशन किया है। उन्होंने बताया कि 'साथ' सिर्फ एक म्यूज़िक वीडियो नहीं है बल्कि यह एक संदेश देता है कि अगर किसी को कोरोना हुआ है तो उसके अपने उसे अकेला न छोड़ें, उसकी सेवा करें, वह मरीज स्वस्थ हो जाएगा। बहुत से बुजुर्ग इसलिए हमसे बिछड़ गए कि हमने उन्हें तन्हा छोड़ दिया। इस म्यूज़िक वीडियो में जोशुआ लिहला और ज्योति महाजन ने अभिनय किया है। 
फारुख खान ने आगे बताया कि राशिद खान ने इस गीत को कम्पोज़ किया है जिसे मोहम्मद इरफान ने गाया है। इसमें काम करने वाले जोशुआ हैंडीकैप्ड इंसान हैं मगर हमारी कम्पनी ने ऐसे लोगों को एक मौका देने का फैसला किया है जो मजबूर हैं। जोशुआ ने फारुख खान का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अमेरिका में जिस तरह फारुख खान और उनके केयर फाउंडेशन ने लोगों को खाने पीने का सामान पहुंचाया है, वो बेमिसाल काम है।

आपको बता दें कि फारुख खान ने 22 दिसम्बर 2020 को क्रिसमस के मौके पर 500 से अधिक फैमिली को फूड किट पहुंचाया। उनके तमाम सामाजिक कार्यों को देखते हुए अमेरिका में 22 दिसम्बर को 'फारुख खान डे' घोषित किया गया जो अपने आप मे एक बड़ा अचीवमेंट है। अमेरिका में जन सेवा करने के बाद अब हिंदुस्तान में भी फारुख खान ने लोगों की मदद का संकल्प लिया है। वह इंडिया में 100 मैटरनिटी होम खोलेंगे जिसकी शुरुआत पनवेल से होने जा रही है। 

एनसीपी माइनॉरिटी के नेशनल प्रेसिडेंट शब्बीर अहमद विद्रोही ने कहा कि इस मंच पर जो अवार्ड दिया जा रहा है वो समाज की भलाई करने वालों को दिया जा रहा है। आज देश मे इंसान की कमी है लेकिन फारुख खान जैसे महान इंसान भी मौजूद हैं जिन्हें इंसानियत की सेवा करना आता है।
कार्यक्रम में उपस्थित एडवोकेट व सोशल वर्कर रमेश त्रिपाठी ने कहा कि आज मैंने जो फारुख खान के दिल में दूसरों की मदद करने का हौसला और जज़्बा देखा, वो अद्भुत है। वही इंसान संत बन सकता है जो दूसरों की भलाई चाहता है। फारुख खान ने कोविड और लॉकडाउन के दौरान स्वामी विवेकानंद की तरह मानव सेवा की है। अमेरिका में ऐसा कार्य करके उन्होंने अपने माँ बाप और अपने देश का नाम रौशन किया। उन्होंने 100 मदर प्रोजेक्ट का एलान किया है जो बड़ी उपलब्धि है।

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