Saturday, October 30, 2021

त्रिपुरा सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू हो: सैयद मोइन मियां

मुंबई, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)| रजा एकेडमी और आल इंडिया सुन्नी जमीयत उलेमा ने त्रिपुरा में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा, ईशनिंदा, मस्जिदों और दुकानों सहित पवित्र कुरान को जलाने पर रोक लगाने का आह्वान किया है।

आल इंडिया सुन्नी जमीयत उलेमा के कार्यालय में हजरत मोइनुल मशाइख हजरत मौलाना सैयद मोइन मियां की अध्यक्षता और रजा एकेडमी के संस्थापक अलहाज मुहम्मद सईद नूरी के नेतृत्व में हुई बैठक में कहा गया, हमारे लिए बहुत दुख की घड़ी है कि त्रिपुरा के मुस्लिम भाइयों और बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। जो हमारे लिए असहनीय है।  समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि हमारे मुस्लिम बहनों की पवित्रता और सम्मान के जघन्य कृत्य से यह अनुमान लगाया जा सकता है। कि विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, आरआरएस देश के ताने-बाने, कानून-व्यवस्था को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। देश में किसी भी चुनाव को हथियाने के लिए ऐसा जघन्य कृत्य करने की मंशा रही है।

सैयद मोइन मियां ने कहा कि भाजपा हमेशा चुनाव जीतने के लिए देश में नफरत का माहौल पैदा करती रही है, लेकिन जब तक देश में शांतिप्रिय लोग मौजूद हैं, वे अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाएंगे। इन दंगों ने मुसलमानों के घरों और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया है, उन्होंने हमारे प्यारे पैगंबर (PBUH) की महिमा का अपमान किया है जो न केवल असहनीय है बल्कि हम इसके लिए अपने जीवन का बलिदान करने के लिए तैयार हैं। हम हमारे पैगंबर का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते । हमें आश्चर्य है कि शांति के दुश्मन खुलेआम इस्लाम के पैगंबर के सम्मान में अपमानजनक शब्द बोल रहे हैं। फिर भी भारत सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पर्दे के पीछे, भाजपा सरकार समान रूप से है इसमें मिलीभगत अगर ऐसा नहीं हुआ तो दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। बहुत जल्द हम इस संबंध में कानूनी कार्रवाई करेंगे और उन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिनके प्रतिनिधि इस काम में शामिल हैं।

इस बैठक में मौलाना मुफ्ती जुबैर मिस्बाही, मौलाना फरीद अजमान, मौलाना खलील-उर-रहमान नूरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए विचार। रज़ा एकडमी के प्रवक्ता मौलाना मुहम्मद अब्बास रिज़वी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में मुसलमानों को यहूदियों, ईसाइयों, काफिरों और बहुदेववादियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। अंग्रेजों की उसी नीति का पालन किया गया है। आज, भाजपा एक बड़े धड़े के साथ ऐसा ही कर रही है। इस दौरान अली, कारी गुलजार अहमद, मौलाना कमर अशरफी, कारी अयूब, मौलाना मुहम्मद अब्बास रिजवी, मौलाना जफरुद्दीन रिजवी, अब्दुल वहीद रिजवी, हाफिज असलम गुंडी, हाफिज मुश्ताक, कारी रईस, मुहम्मद सिद्दीक भाई, बरकत अहमद अशरफी, मुहम्मद अली रिज़वी और कई अन्य विद्वान और मस्जिदों के इमाम शामिल हुए।

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